बच्चों के लिए Complementary Foods और Nutrition के बारे में जरूरी बातें
6/8/20221 min read


बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए स्तनपान और पौष्टिक खाना दोनों ही बहुत ज़रूरी हैं। इस ब्लॉग में हम आपको बच्चों के लिए सही खाना और पोषण से जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे, ताकि आपके बच्चे का विकास बेहतर हो सके।
1. स्तनपान का महत्व
दो साल तक स्तनपान बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता है। स्तनपान से बच्चे को सारे जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे उसकी इम्यूनिटी मजबूत होती है और वह स्वस्थ रहता है।
2. 6 महीने के बाद Complementary Foods शुरू करें
6 महीने की उम्र के बाद, जब बच्चा स्तनपान करता है, तब घरेलू खाना देना शुरू करें। इस समय पर आप खिचड़ी, दलिया, शाकाहारी और मांसाहारी खाना दे सकते हैं, जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करते हैं।
3. खाने की सही बनावट
खाना इतना गाढ़ा होना चाहिए कि वह चम्मच से न बहे। इससे बच्चा आसानी से खा सकता है और उसकी पाचन क्रिया भी सही रहती है।
4. नया खाना धीरे-धीरे शुरू करें
जब आप नया खाना शुरू करें तो उसे 3-4 दिनों के अंतर से दें। ऐसा करने से अगर किसी खाने से एलर्जी होती है, तो आपको जल्दी पहचानने में मदद मिलती है।
5. मांसाहारी खाना बच्चों के लिए फायदेमंद
मांस, चिकन, मछली, लिवर, अंडे बच्चों को ताकतवर बनाते हैं। 9 महीने के बाद, दही भी देना शुरू करें, जो बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
6. पौष्टिक खाना बढ़ाने के लिए विकल्प
आप मटर, अंकुरित बीन्स, दाल, पीसी हुई मूंगफली, अखरोट, बादाम, कुम्हड़ा, तरबूज, तिल, अलसी के बीज, नारियल का घिसा हुआ गूदा इन सभी को खाने में मिला सकती हैं। ये सभी चीज़ें बच्चे के लिए अच्छे पोषण का स्रोत हैं।
7. खाने को और पौष्टिक बनाने के तरीके
खाने को भिगोकर, भूनकर और अंकुरित करके उसकी पौष्टिकता बढ़ाई जा सकती है। इससे खाने में सभी जरूरी पोषक तत्व अच्छे से मिल जाते हैं।
8. आंखों के लिए अच्छा खाना
हरे रंग की सब्जियाँ और पीले फल, जैसे कुम्हड़ा और पपीता, बच्चों की आंखों के लिए अच्छे होते हैं और ये शरीर में संक्रमण को भी कम करते हैं।
9. खून की कमी से बचने के लिए खाना
अगर आपको बच्चे में खून की कमी (Anemia) का खतरा है, तो हरी सब्जियाँ, फलियाँ और लाल मीट दें। साथ ही विटामिन C वाले फल जैसे नीबू, टमाटर, आमला और इमली भी बच्चों के लिए अच्छे होते हैं, क्योंकि ये लौह तत्व (Iron) के अवशोषण में मदद करते हैं।
10. आसपास उपलब्ध पौष्टिक चीज़ें
आपके आस-पास कई ऐसी पौष्टिक चीज़ें हैं जिनका उपयोग आप बच्चों के खाने में कर सकती हैं, जैसे मुनगे, अरबी, कड़ी पत्ता। ये सब हमारे आसपास आसानी से मिल जाते हैं और बच्चों के खाने में इनका जोड़ बहुत फायदेमंद होता है।
11. खाने में विविधता जरूरी है
बढ़ते हुए बच्चे को 3-4 बार खाना देना जरूरी है। अगर बच्चा भूखा रहता है, तो 1-2 बार नाश्ता भी दे सकती हैं। खाने में विविधता रखना बहुत ज़रूरी है, ताकि बच्चे को नीरसता का अहसास न हो।
12. बच्चे को खाना सीखने दें
बच्चे को खाना सीखना होता है, इस दौरान उनका उत्साह बढ़ाएं, मदद करें और थोड़ा धीरज रखें। इस उम्र में बच्चों का खाना सीखना बहुत जरूरी है।
13. बीमारी के दौरान भी खाने की आदत बनाए रखें
बच्चे की बीमारी के दौरान भी खाना और पीना जारी रखें। बीमारी के बाद अतिरिक्त आहार देकर बच्चे को जल्दी ठीक किया जा सकता है।
14. जंक फूड से बचें
“जंक” खाना बच्चों के लिए बिल्कुल नहीं होना चाहिए। इससे मोटापा बढ़ सकता है और भूख भी कम हो जाती है। जंक फूड की बजाय हमेशा स्वस्थ खाना दें।
15. घी और तेल का सीमित इस्तेमाल
घी और तेल का ज्यादा इस्तेमाल करने से खाना कम पौष्टिक हो सकता है, इसलिए इनका सीमित उपयोग करें।
16. कड़े खाने से बचें
3 साल से कम उम्र के बच्चों को कड़े आहार जैसे कच्ची गाजर, मूंगफली, अंगूर इत्यादि नहीं देना चाहिए। इससे चोकिंग का खतरा हो सकता है।
17. मीठे पेय और चाय से बचें
बच्चों को चाय, कॉफी, सोडा और मीठे पेय नहीं देना चाहिए। ये बच्चों की सेहत के लिए अच्छे नहीं होते और पेट भी भर देते हैं।
18. मौसम के हिसाब से पानी दें
मौसम के हिसाब से बच्चों को भरपूर पानी पिलाना बहुत जरूरी है। यह उनके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और शरीर को हाइड्रेट रखता है।
19. उपोषक खाने से बचें
अगर बच्चा घर का पौष्टिक खाना खाने के लिए मना करता है, तो अपोषक आहार के विकल्प नहीं दें। बच्चा धीरे-धीरे घरेलू खाना खाना सीख जाएगा, अगर उसे जंक फूड का विकल्प नहीं मिलेगा।
20. दूध की मात्रा सीमित रखें
स्तनपान बंद करने के बाद, बच्चे को 500 मिलीलीटर तक दूध दें। ज्यादा दूध देने से खून की कमी और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
21. दूध से पहले पौष्टिक नाश्ता दें
बच्चे को दूध पिलाने से पहले, पौष्टिक नाश्ता दें, जैसे ब्रेड, बिस्किट इत्यादि से बचें। इससे बच्चा अच्छा पौष्टिक खाना खा पाएगा और उसका पेट भर जाएगा।
बच्चों के लिए पौष्टिक खाना क्यों जरूरी है?
पौष्टिक खाना बच्चों के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे उनकी हड्डियाँ मजबूत होती हैं, मस्तिष्क का विकास सही तरीके से होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। सही खाना बच्चे को स्वस्थ और खुशहाल रखता है।
निष्कर्ष:
बच्चों को स्तनपान और स्वस्थ Complementary Foods से पोषित रखें।
जंक फूड से बचें और हमेशा स्वस्थ खाना खिलाने की कोशिश करें।
बच्चों के खाने में विविधता बनाए रखें और उन्हें घर के बने स्वादिष्ट खाने से प्यार करें।
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